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गुरुवार, 22 मार्च 2012

‘मेरा शहर मेरा गीत’ से मिला चुनिंदा शहरों को उनका अपना गीत


दैनिक जागरण पढते आदेश 
    दैनिक जागरण के मेरा शहर मेरा गीत अभियान से राजधानी दिल्‍ली को कुछ बात तो है मेरी दिल्‍ली में...गीत मिल ही गया। दिल्‍ली की ऐतिहासिक विरासत,सभ्‍यता संस्‍कृ‍ति और लाइफ स्‍टाइल को समेटे इस गीत को गाया और संगीत दिया है बॉलीवुड के मशहूर संगीतकार और गायक आदेश श्रीवास्‍तव ने। रविवार 18 मार्च की शाम इस गीत के लॉन्चिंग कार्यक्रम में डीएलएफ प्‍लेस मॉल पहुंचे आदेश ने दर्शकों के सामने दिलवालों की दिल्‍ली के इस खास गीत को पूरे जोश के साथ गाया। यही नहीं मेरा शहर मेरा गीत अभियान के जरिए दिल्‍ली सहित चुनिंदा शहरों में प्रतिभाशाली गीतकारों को दुनिया के सामने लाने के दैनिक जागरण के उल्‍लेखनीय प्रयास की जमकर सराहना भी की। 
डीयू के साथ-साथ अन्‍य शैक्षणिक संस्‍थानों में पिछले एक सप्‍ताह से इस गीत की गूंज सुनाई दे रही है।
राजधानी दिल्‍ली सहित 15 प्रमुख शहरों के लोगों को उनके शहर की सांस्‍कृतिक विरासत से रूबरू करवाता अब उनका अपना गीत मिल गया है। जिसे वे जब चाहे गा सकते हैं,झूम सकते हैं और उस पर थिरकते हुए अपने जोश का इजहार कर सकते हैं।
विश्‍व का सर्वाधिक पढ़ा जाने वाला अखबार दैनिक जागरण के इस अनूठे अभियान की राजनीतिक हलकों से लेकर कॉरपोरेट जगत और शैक्षणिक संस्‍थानों में खूब हलचल मची हुई है।
मेरा शहर मेरा गीत अभियान के प्रमुख सूत्रधार रहे संगीतकार और गायक आदेश श्रीवास्‍तव से इस अभियान के खास पहलुओं पर हमने बातचीत की। 
मेरा शहर मेरा गीतअभियान से जुड़कर कैसा महसूस कर रहे हैं?
बेमिसाल अभियान 
हमारे देश के राष्‍ट्रीय गाण के सौ साल पूरे होने के उपलक्ष्‍य में पांच नवंबर 2011 को मेरा शहर मेरा गीत के नाम से जागरण ने देश के प्रमुख शहरों में छुपी हुई प्रतिभाओं को सामने लाने के साथ-साथ लोगों में अपने शहर के प्रति फीलिंग्‍स को शब्‍दों में तराशने की जो अलख जगाई वह बेमिसाल रही। लोगों ने उत्‍साह के साथ अपने शहर की ऐतिहासिक विरासत और उसके लाइफ स्‍टाइल को केंद्र में रखकर अद्भुत गीत रचे। इससे यह भी पता चला कि लोग अपने शहर से कितना प्‍यार करते हैं। मैं तो जागरण परिवार का शुक्रगुजार हूं कि उन्‍होंने मुझे इस काबिल समझा कि मैं सभी गीतों को संगीत दूं और कुछ को अपनी आवाज से भी सजाऊं।
गीतों के चयन में कुछ कठिनाइयां भी आई होंगी ?
कुछ गीतों के बोल बेहतरीन रहे,तो वहीं कुछ में उनको गीतों के सांचे में ढालने में थोड़ी मेहनत करनी पड़ी। ऐसा इसलिए क्‍योंकि कविता और गीत के बीच फर्क होता है। बावजूद इसके सभी गीत अपने शहर की संस्‍कृति को खुद में समेटे थे। इस अहसास को स्‍वर और लय में प्रस्‍तुत करना बड़ी चुनौती थी। रिकॉर्डिंग से पहले हमने गीतों को बहुत गुनगुनाय और पूरी तरह संतुष्‍ट होने के बाद ही फाइनल रिकॉर्डिंग की।
दिल्‍ली के गीत के शुरुआत का म्‍यूजिक तिरंगा लहराने का अहसास दिलाता है। इसका आइडिया कैसे आया ?

हर शहर के गीत का म्‍यूजिक बनाते समय हमने यह कोशिश की कि वह सजीव लगे। राजधानी दिल्‍ली ऐतिहासिक नगरी है। यहां हर धर्म,भाषा,राज्‍य,सभ्‍यता और संस्‍कृति के लोग तिरंगे के तीन रंगों की तरह आपस में प्रेम और सौहार्द के रंग में रंगे नजर आते हैं।गीत के बोल शुरु होने से पहले बैकग्राउंड म्‍यूजिक में हमने श्रोताओं को देशप्रेम के रंग में रंगने का प्रयास किया है।
वे कौन-कौन से शहर हैं,जिनका गीत तैयार किया गया है ?
आगरा,अलीगढ,इलाहाबाद,दिल्‍ली,देहरादून,गोरखपुर,हल्‍द्वानी,जमशेदपुर,कानपुर,लखनऊ,मेरठ,मुरादाबाद,पटना,रांची और वाराणसी। इन शहरों के गीत अलग अलग ऑडियो सीडी में तैयार किए गए हैं। आप सभी गीतों को www.mycitymyanthem.com पर जाकर सुन सकते हैं,डाउन लोड कर सकते हैं। यही नहीं इनमें से जिसे चाहें अपने मोबाइल की कॉलर टयून या रिंग टोन भी बना सकते हैं। 
किस शहर का गीत सबसे खास लगा आपको ?
हर शहर का गीत अपने आप में बेमिसाल है।किसी एक की तारीफ करना दूसरे के साथ अन्‍याय होगा।
मेरा शहर मेरा गीत अभियान के विजेता गीतकारों के लिए बॉलीवुड में स्कोप है ?
इस अभियान के लिए गीत रचने और फिल्मों के लिए गीत लिखने में बहुत अंतर है। हालांकि,गीतों के बोल से ऐसा लगता है कि इन छिपी प्रतिभाओं में आगे बढ़ने का पूरा दमखम है। यदि वे मेहनत करेंगे तो बॉलीवुड में भी बतौर गीतकार अपनी पहचान बना सकते हैं। इन उभरते गीतकारों को जागरण ने इस अभियान के माध्यम से जो मंच उपलब् करवाया है, वह उनके लिए लॉन्चिंग पैड बन सकता है।  
सुना है आप एक एल्‍बम के माध्‍यम से दुनिया को शांति का संदेश देने वाले हैं ?
सही सुना है। साउंड ऑफ पीस के नाम से एक एल्‍बम ला रहा हूं। दरअसल,मुंबई बम धमाकों में मेरे भी तीन दोस्‍त शहीद हुए थे। जिसकी पीड़ा आज भी मेरे दिल में है। यह एल्‍बम दुनिया को आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने और विश्‍व शांति संदेश देगा। इसमें अमित जी ने भी गाया है। उस्‍ताद राशिद खान, बार्कलेज जॉन, मेरी पत्‍नी विजेता पंडित,पद्मिनी कोल्‍हापुरे आदि की आवाज आपको सुनाई देगी।
दिल्‍ली में क्‍या खास लगता है आपको ?
दिल्‍ली वास्‍तव में दिलवालों की नगरी है। यहां का हर मौसम निराला है। अब तो पहले से भी ज्‍यादा चौड़ी-चौड़ी सड़के हैं। एक से बढकर एक मॉल हैं। हरियाली अब पहले से ज्‍यादा है। सचमुच साड्डी दिल्‍ली अब पहले से कहीं ज्‍यादा खूबसूरत लगती है और यहां बार-बार आने को दिल करता है।



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